तनाव या चिंता को कैसे कम करें, रोकें और इसे कैसे दूर करें? ( How to Prevent & Cope With Stress in Hindi)

 

कोई रास्ता नहीं दिख रहा ?

डर पैदा हो गया कि हमारी नौकरी का क्या होगा?

ऐसा लगने लगा कि कहीं हमारी नौकरी चली न जाए,?

तो आज हम बात करेंगे कि तनाव या चिंता से कैसे मुक्ति कैसे पाएं ?
अपने अंदर के डर को कैसे भगाए ? या

  • किसी भी बात को लेकर हमारे मन में उपजी किसी भी नेगेटिव बात के बारे में सोचते हैं तो हमें डर लगने लगता है, चिंता होने लगती है।
  • चाहे वह आपकी नौकरी की समस्या हो।
  • नौकरी चली जाने का डर हो। या
  • बिजनेस में घाटे वाली बात हो, हानि की चिंता हो।
    या
  • कोई और भी पर्सनल प्रॉब्लम हो सकती है हो जिसका आपको डर हो या कोई और तरह का मन में डर बना रहता है, हमेशा चिंता बनी रहती है।

तो इस डर या चिंता को आज हम समझेंगे इसके लिए आज मैं आपको एक कहानी के माध्यम से यह बात समझाऊंगा कि तनाव या चिंता से हम कैसे छुटकारा पा सकते हैं।

अच्छी तरह से समझने के लिए एक छोटी सी कहानी आपके पास आपके सामने लेकर आया हूं तो आप इसे पूरा अंत तक पढ़ें और समझे। उम्मीद है आपकी सारी चिंताएं दूर हो जाएँगी। तो ज्यादा देर ना करते हुए फटाफट से कहानी शुरू करते हैं-

 

Chinta dur bhagaye

कहानी की शुरुआत-

यह कहानी एक 24 साल के लड़के की है, जो एक सेठ के यहाँ नौकरी करता था। उसके माता-पिता इस दुनिया में नहीं थे। जिंदगी काफी मुश्किलों से भरी हुई थी।

हर दिन वह काम पर जाता, पैसे कमाकर घर लौटता, खाना खाकर सो जाता।

एक दिन उसने देखा कि उसने चार चपातियाँ बनाई थीं और जब हाथ धोकर वापस आया, तब तक तीन ही बची थीं।

दूसरे दिन भी यही हुआ।

तीसरे दिन उसने ध्यान से देखा और एक मोटा चूहा पकड़ा, जो उसकी चपाती लेकर जा रहा था।

लड़के ने चूहे से कहा, “मेरे पास ज़्यादा पैसा नहीं है। सिर्फ चार चपातियाँ बनाई हैं और तुम एक ले जा रहे हो! मेरी ज़िंदगी ने मुझे बुरी तरह घेर रखा है।”_

चूहे ने जवाब दिया, “भैया, मेरी किस्मत क्यों खा रहे हो? मेरी चपाती तो मुझे ले जाने दो।”_

लड़के ने कहा,  “मेरी ज़िंदगी पहले से ही मुश्किलों से भरी है। मैं क्या करूँ?”_

चूहे ने कहा, “तुम्हारी सभी परेशानियों का जवाब तुम्हें गौतम बुद्ध से मिल सकता है। उनके आश्रम में जाओ और अपनी जिंदगी के बारे में पूछो। वे तुम्हें रास्ता बताएंगे कि तुम्हें क्या करना चाहिए।”_

लड़के को यह बात अच्छी लगी और वह गौतम बुद्ध से मिलने चल पड़ा।

 

रास्ते में आई कई मुश्किलें –

लड़के ने सेठ से पाँच दिन की छुट्टी ली और आश्रम जाने के लिए निकला।

रात हुई, कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। थोड़ी दूर पर एक हवेली नजर आई। वहाँ जाकर उसने शरण माँगी।

हवेली की मालकिन ने पूछा,  “बेटा, कहाँ जा रहे हो?”_
लड़के ने जवाब दिया,  “गौतम बुद्ध से मिलने जा रहा हूँ।”_

मालकिन ने कहा,  “बहुत अच्छी जगह जा रहे हो। उनसे एक सवाल पूछना—मेरी 20 साल की बेटी बोल नहीं सकती। बस उनसे पूछ लेना कि वह कब बोल पाएगी?”_

लड़के ने वादा किया कि वह गौतम बुद्ध से यह सवाल जरूर पूछेगा।

अगले दिन लड़का फिर से चल पड़ा।

रास्ते में ऊँचे-ऊँचे पहाड़ आए, जिनसे पार पाना मुश्किल था। तभी उसे एक जादूगर तपस्या करता हुआ दिखा।

लड़के ने उससे पूछा, “मुझे गौतम बुद्ध से मिलने जाना है, लेकिन यह पहाड़ पार करना बहुत कठिन लग रहा है।”_

जादूगर ने कहा,  “अगर तुम मेरे सवाल का जवाब लेकर आओगे, तो मैं तुम्हें पहाड़ पार करा दूँगा।”_

लड़के ने पूछा,  “आपका सवाल क्या है?”_

जादूगर ने जवाब दिया,  “मैं हजार सालों से तपस्या कर रहा हूँ। लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा कि स्वर्ग कब जाऊँगा?”_

लड़के ने वादा किया कि वह गौतम बुद्ध से इसका जवाब भी पूछेगा।

जादूगर ने अपनी छड़ी घुमाई और लड़के को पहाड़ पार करा दिया।

 

नदी और कछुए का सवाल –

अब लड़के के सामने एक बड़ी नदी आई। वह समझ नहीं पा रहा था कि इसे कैसे पार करे।

तभी उसे एक बड़ा सा कछुआ दिखा।

लड़के ने कहा,  “भाई, मुझे नदी पार करनी है। क्या तुम मेरी मदद कर सकते हो?”_

कछुए ने कहा,  “ठीक है, लेकिन तुम मेरे सवाल का जवाब लेकर आना।”_

लड़के ने पूछा,  “तुम्हारा सवाल क्या है?”_

कछुए ने कहा,  “मैं 500 सालों से इस नदी में हूँ और ड्रैगन बनने की कोशिश कर रहा हूँ। बस गौतम बुद्ध से पूछकर आना कि मैं ड्रैगन कब बनूँगा?”_

लड़के ने वादा किया और कछुआ उसे नदी पार करा गया।

 

गौतम बुद्ध के जवाब-

लड़का आश्रम पहुँचा। वहाँ गौतम बुद्ध का प्रवचन चल रहा था।

प्रवचन खत्म हुआ।

गौतम बुद्ध ने कहा, _”हर कोई मुझसे सवाल पूछ सकता है, लेकिन मैं सिर्फ तीन सवालों के जवाब दूँगा।”_

अब लड़के के सामने मुश्किल निर्णय था—किसका सवाल पूछे और किसे छोड़ दे?

 

उसने (लड़के ने ) सोचा-

1. हवेली की मालकिन—उसकी बेटी बोल नहीं सकती।
2. जादूगर—जो हजार सालों से तपस्या कर रहा है।
3. कछुआ—जो 500 सालों से ड्रैगन बनने की कोशिश कर रहा है।
4. खुद का सवाल—जिसमें उसकी नौकरी की चिंता थी।

फिर उसने फैसला किया—खुद का सवाल छोड़ दिया और तीनों के सवाल पूछे।

 

गौतम बुद्ध ने जवाब दिया-

– हवेली की बेटी—जिस दिन उसकी शादी होगी, वह बोलना शुरू कर देगी।
– जादूगर—अगर वह अपनी छड़ी छोड़ देगा, तो वह स्वर्ग चला जाएगा।
– कछुआ—अगर वह अपना कवच उतार देगा, तो वह ड्रैगन बन जाएगा।

 

वापसी पर चमत्कार-

लड़का वापस आया। उसने कछुए से कहा—”कवच उतार दो, तुम ड्रैगन बन जाओगे।”

जैसे ही कछुए ने कवच उतारा, वहाँ ढेर सारे मोती निकल आए!

फिर लड़के ने जादूगर से कहा—”अपनी छड़ी छोड़ दो।”

जादूगर ने छड़ी छोड़ी और स्वर्ग चला गया।

हवेली पहुँचा तो मालकिन ने कहा, _”मेरी बेटी की शादी किससे होगी?”_

लड़के के सामने ही उसकी बेटी का दूल्हा था—वह खुद!

शादी हुई और लड़की ने पहली बार बोला—_”आप वही हो, जो उस दिन रात में हमारे यहाँ ठहरे थे!”_

अब लड़के के पास दौलत भी थी, ताकत भी थी, और जीवन भी संवर गया।

और सबकुछ इसलिए हुआ, क्योंकि उसने अपना सवाल छोड़ दिया था।

 

सबक-

अगर हमें कुछ बड़ा करना है-

  • तो हमें त्याग करना होगा।
  • बुरी आदतों को छोड़ना होगा।
  • सुबह जल्दी उठना होगा।
  • मेहनत करनी होगी।
  • तभी जाकर हम कमाल कर पाएंगे!

 

तो यहाँ आपने समझा कि कैसे आसानी से डर, चिंता, तनाव से हम कैसे छुटकारा पा सकते हैं।

अंत में,अगर आपको अक्सर ऐसा लगता होगा कि आप अपने तनाव के स्तर के बारे में कुछ नहीं कर सकते। खर्चे बंद होने का नाम नहीं ले रहे हैं, आपके सभी कामों के लिए दिन में कभी भी अधिक घंटे नहीं होंगे, और आपके कैरियर या पारिवारिक जिम्मेदारियों की हमेशा मांग रहेगी। लेकिन सच्चाई यह है कि आपके पास उससे भी बहुत अधिक नियंत्रण है जितना कि आप सोच नहीं सकते हैं। वास्तव में, आपके जीवन के नियंत्रण में होने वाला सरल एहसास तनाव प्रबंधन की नींव है।

तनाव का प्रबंधन करने का सरल अर्थ है – अपने परिवेश को समझाना और अपनी अपने विचारों, अपनी भावनाओं प् नियंत्रण रखकर समस्याओं से निपटने का तरीका ढूढ़ने से है।

आपका अंतिम लक्ष्य एक संतुलित जीवन जीना होना चाहिए। काम, रिश्ते, विश्राम और मस्ती के लिए समय के साथ – साथ दबाव में पकड़ और चुनौतियों का सामना करने के लिए जीवन में लचीलापन होना चाहिए। तभी आपका जीवन सुखद एवं रहित हो सकता है।

 

अगर आपकी भी कोई ऐसी समस्या है जिसका कि आप हल नहीं निकाल पा रहे हैं या किसी ऐसी समस्या से घिर गए हैं और काफी कोशिसो के बावजुद भी आपको कोई समाधान नहीं दिख रहा है तो

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इसे भी देखें ==> अपने अंदर हिम्मत कैसे लायें ?

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