पॉजिटिव एटीट्यूड से कैरियर/ जॉब में प्रमोशन कैसे पाएं? How to get promotion in job? Positive Attitude in Hindi
यहाँ हम बात करेंगे कि कितना जरूरी है, प्रमोशन पाने या जॉब पर बने रहने के लिए पॉजिटिव एटीट्यूड? या पॉजिटिव एटीट्यूड से कैरियर/ जॉब में प्रमोशन कैसे पाएं?
इसे हम एक केस स्टडी के द्वारा समझने की कोशिस करते हैं-
संजय एक जाने-माने गारमेंट्स कंपनी के सेल्स डिपार्टमेंट में काम करता है कुछ दिन पहले ही उसने यह नई नौकरी ज्वाइन की है। एक दिन वह अपने बॉस की केबिन में गया और खुश होकर बताया कि उसे किसी बड़े हॉल सेलर का बड़ा सा ऑडर मिला है। वह काफी उत्साहित था उसने सोचा कि आज बॉस उसे शाबाशी जरूर देंगे क्योंकि उसने बड़ी कंपनी का ऑडर हासिल किया है।
उसकी आशा के विपरीत बॉस ने उसकी थोड़ी भी सराहना नहीं की, उल्टे उन्होंने उस पर फटकार लगाते हुए कहा कि उस कंपनी का ऑडर लाने की इजाजत उसे किसने दी। इस पर संजय मन ही मन सोचने लगा कि अचीवमेंट के बावजूद बॉस ने उसे तारीफ तो दूर बल्कि डांट ही मिली है।
तो अब यहाँ प्रश्न आता है कि तो –
क्या ऐसे में उसे दोबारा जॉब की तलाश शुरू कर देनी चाहिए?
यह समस्या किसी एक की नहीं है। यह समस्या केवल इसी संजय की ही नहीं है बल्कि ज्यादातर एंप्लाइज के साथ ऐसा होता है। वह जरा जरा सी बात पर परेशान हो जाते हैं और जॉब छोड़ने की बात सोचने लगते हैं। दरअसल यह मामला हमारे एटीट्यूट मैनेजमेंट से जुड़ा है।तो यहाँ हम पॉजिटिव एटीट्यूड से कैरियर/ जॉब में प्रमोशन कैसे पाएं , इसे हम समझने का प्रयास करते हैं।
ऑफिस में कामकाज के दौरान आप को शाबाशी भी मिल सकती है और डांट भी। दोनों ही परिस्थितियों को हमें पॉजिटिव एटीट्यूड के साथ हैंडल करना आना चाहिए। जॉब में बने रहने या प्रमोशन पाने के लिए या फिर कुल रहने के लिए पॉजिटिव एटीट्यूड बहुत ही जरूरी होता है।
” एक ताजा रिसर्च के मुताबिक पॉजिटिव एटीट्यूड के साथ अपना काम करने वाले जल्दी तरक्की हासिल कर लेते हैं। “
नौकरी में/ जॉब में पॉजिटिव एटीट्यूड के फायदे और
पॉजिटिव एटीट्यूड कैसे रखें ?
तो इसमें सबसे पहले आता है –
गुड़ कोर्डिनेशन –
ऑफिस में कामकाज के साथ एक हद तक आपका बिहेवियर भी पॉजिटिव एटीट्यूड दर्शाता है। यदि किसी एम्पलाई से गर्मजोशी यानी कि पॉजिटिव एटीट्यूड के साथ मिलते हैं तो वह आपके प्रति अच्छी राय बनाता है। वहीँ यदि आप उसके साथ रूखा व्यवहार करते हैं तो सामने वाला व्यक्ति आपके प्रति नेगेटिव अमोनियम बना लेता है।
पॉजिटिव एटीट्यूड की मदद से ही आप अपने बॉस, सहयोगी और अपने सब सबोर्डिनेट्स के साथ बढ़िया तालमेल बना पाते हैं। इस तालमेल के कारण आप अपना काम अच्छे ढंग से कर पाते हैं।
दूसरा प्वाइंट है-
बॉडी लैंग्वेज –
अपने व्यवहार से अपने आसपास का माहौल खुशनुमा बनाएं। यदि आप अपने बॉस या सहयोगी की किसी भी बात से सहमत हैं या असहमत हैं तो अपना विचार जरूर रखें। तर्कसंगत तरीके से अपनी बात कह कर आप सामने वाले की सहमति हासिल कर सकते हैं। इसके लिए आपकी बॉडी लैंग्वेज सही होनी चाहिए। उन्हें ऐसा ना लगे कि आप उनका विरोध कर रहे हैं।
अगला प्वाइंट है,
बने अच्छे लिसनर –
जॉब में लिसनिंग स्किल भी बहुत ही जरुरी है। आपको अच्छा लिसनर होना चाहिए। जॉब में बने रहने के लिए वक्ता के साथ-साथ हमारा एक अच्छा श्रोता होना भी बहुत ही जरूरी है। जब भी सीनियर्स अपनी बात कहें या डिस्कस करें तो बिना बीच में बोले आप उसकी बातों को ध्यान से सुने। अगर आपका कोई क्वेश्चन / कोई प्रश्न हैं या कोई डाउट है या फिर आप को कोई राय या सुझाव देना है तो भी आप पहले पूरी बात धयान से सुनें। उसके बाद आप पूछ सकते है या अपना डाउट क्लियर कर सकते हैं या फिर अपनी राय/ सुझाव दे सकते हैं। दरअसल वर्कप्लेस में सफलता पाने के लिए आपका एक अच्छा लिसनर होना बहुत ही जरूरी है।
अब हम बात करेंगे ….
सेल्फ मोटिवेशन की
सेल्फ मोटिवेशन भी बहुत ही जरूरी है। यह पॉजिटिव एटीट्यूड का ही एक भाग है। हर एम्पलाई की चाहत होती है कि वह अपनी कंपनी की प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में सहयोग करें। यदि आपका एटीट्यूड पॉजिटिव नहीं है तो इसका मतलब है कि आप अपनी कंपनी को अपनी कार्य क्षमता का 100 प्रतिशत नहीं दे पा रहे हैं। यह सच है कि हर रोज बेहतर परफॉर्मेंस देना कठिन होता है, लेकिन इस दिशा में आप की कोशिश सकारात्मक पॉजिटिव होनी चाहिए। यदि आप अपने काम के प्रति 100% ध्यान नहीं दे पा रहे हैं तो अपने आप को उसके लिए मोटिवेट करें। सेल्फ मोटिवेशन जॉब के लिए जॉब के साथ-साथ जीवन में हर काम के लिए भी बहुत जरूरी है, जिससे कि आप एक अच्छी जिंदगी जी सकें और दूसरों को भी खुशी दे सके तथा जीवन में सफलता प्राप्त कर सके।
धन्यवाद !
आपका मित्र,