Chinta Mukti Ke Upay (Hindi)

चिंता, तनाव या उदासी से मुक्ति या छुटकारा कैसे पायें ?

चिंता, तनाव या उदासी से मुक्ति या छुटकारा कैसे पायें ?

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बहुत से लोगों को अनावश्यक भय और चिंता सताती रहती है जिसके कारण वे तनाव में रहने लगते हैं। तनाव में रहने की आदत के कारण व्यक्ति कई तरह के रोगो से भी घिर सकता है तथा अपना स्वास्थ ख़राब कर लेता है। साथ ही साथ व्यक्ति के कॅरियर, नौकरी, बिज़नेस या काम काज (Career, Job or Business) पर भी इसी भय और चिंता का बुरा असर पड़ता है।

चिंता दूर करने के तरीके / उपाय –

तो आज हम यहाँ विचार करेंगे कि-
     चिंता से मुक्त कैसे हुआ जा सकता है ? या
     हम चिंता को कैसे दूर भगा सकते हैं ?

देखिये, चिंता और चिता में कोई खास फर्क नहीं होता। चिंता हमें मानसिक परेशानी ही नहीं, बल्कि शारीरिक परेशानी भी देती है। इसलिए हमें चिंता मुक्त होकर रहना चाहिए और समस्या के समाधान के लिए चिंतन करना चाहिए जिससे कि समस्या सुलझ जाए। चिंता करने से मनुष्य को सिर्फ मानसिक ही नहीं, बल्कि शारीरिक समस्याएं भी उत्पन्न हो जाती हैं। इन समस्याओं से मनुष्य को बहुत ही हानि होती है।

अब बड़ा प्रश्न यह है कि चिंता होती क्या है ?‌

किसी भी समस्या के बारे में जरूरत से ज्यादा सोचना और एक डर पैदा होना ही चिंता का का मुख्य कारण है। भविष्य के बारे में सोच कर, भविष्य में होने वाली किसी भी अनहोनी घटना या फिर कोई डर पैदा हो जाता है जिससे कि हमें चिंता होने लगती है  भविष्य में किसी भी समस्या को लेकर हमें चिंता सताने लगती है जैसे कि आने वाले समय में नौकरी जाने का डर, घर का किराया देने का डर या फिर किसी बीमारी का डर। इसी डर का दुसरा नाम ही चिंता है।

हमें कभी भी समस्या पर घबराना नहीं चाहिए बल्कि डटकर पूरी हिम्मत, लगन एवं मेहनत के साथ उससे (समस्या) से निजात पाने के बारे में कोशिस करनी चाहिए l देखिए, अगर आप डर जाएंगे तो कभी भी समस्या से निजात नहीं पा सकते।

अब एक सिचुएशन (sitatation) को समझने की कोशिस करते है। मान लीजिए, आप कहीं जा रहे हैं और रास्ते में कोई कुत्ता आपके पीछे पड़ गया है। आप भागे जा रहे हैं। तो अब, जब तक आप खड़े होकर एवं रुक कर उसका मुकाबला करने के लिए तैयार नहीं होते तब तक वह आपको डराएगा और आपका पीछा नहीं छोड़ेगा। लेकिन जैसे ही आप पूरी हिम्मत के साथ रुक कर, खड़े हो जाएंगे तो फिर वह (कुत्ता) भाग जाएगा। तो कहने का मतलब यह है कि जब तक आप डरे-डरे रहेंगे तो आप कभी भी समस्या से छुटकारा नहीं पा सकते। आपको हिम्मत के साथ उससे टकराना ही होगा।

चिंता मुक्ति के या दूर करने के उपाय –

सबसे पहले आपको अपनी समस्या की जड़ को पहचानना चाहिए। उसके बाद उसे दूर करने के उपायों के बारे में सोचना चाहिए। इसे आप इस तरह से step wise कर सकते हैं –

  • पहला, आप समस्या को गहराई से समझे, उसकी जड़ को पहचाने।
  • इस चिंता से या इस तकलीफ/ मुसीबत से कैसे निकल सकते हैं ?
  • हमारे पास क्या-क्या उपाय हैं ? या कौन-कौन से तरीके हैं जिसे हम इस्तेमाल करके इस समस्या का समाधान कर सकते हैं या छुटकारा पा सकते हैं।
  • अब हमें इन उपायों के अनुसार प्लान बनाकर उस पर पूरी गंभीरता से प्रैक्टिकली काम करके समस्या का समाधान करना चाहिए।

सिर्फ सोचने में समय व्यतीत नहीं करना चाहिए बल्कि कुछ हिम्मत के साथ प्रैक्टिकली पॉजिटिव तरीके से बड़ी सोच के साथ, किसी भी समस्या से लड़कर छुटकारा पाया जा सकता है। इसके अलावा चिंता को दूर भगाने के लिए हमें हमेशा विन विन कंडीशन (win win condition) में रहना होगा। मतलब कि हमें कभी भी घबरा कर या डर कर जीना नहीं पड़ेगा। देखिए ऐसा है सभी समस्याओं का कोई ना कोई हल जरूर होता है। क्योंकि अगर समस्या है तो उसका समाधान भी अवश्य ही होगा। इसलिए हमेशा जीवन में आगे बढ़ने के बारे में भी सोचना चाहिए।

उदहारण (Example)-

आइये अब हम इसे एक उदहारण (Example) के द्वारा समझनने की कोशिस करते है –

मान लीजिये आपको नौकरी जाने की चिंता/ डर है। इसे आप इस तरीके से हल कर सकते हैं-

चिंता को दूर भगाने के लिए, आपने समस्या को जान लिया है और उसकी जड़ भी आप पहचान गए है।

अब सच्चे दिल से उसके बुरे से बुरे परिणाम के बारे में सोचे। जैसे कि आपको नौकरी जाने की चिंता है तो यह मान कर चलिए कि आपकी नौकरी चली जाएगी (या चली गयी है) लेकिन अभी गयी नहीं है।  

फिर भी आप बुरे से बुरा सोचें कि आपकी नौकरी चली गयी है  

अब आपने यह स्वीकार कर लिया है कि आपके साथ ज्यादा से ज्यादा जो भी बुरा होना था वह हो गया है ।

अब, आप नयी नौकरी ढूंढ़ते है, लेकिन मान लीजिये इतनी जल्दी न मिले। हो सकता है कि आपका आपका खर्च चलना मुश्किल हो जायेगा। अब आप पूरी ईमानदारी के साथ यह स्वीकार करें कि कोई बात नहीं, जो होगा देखा जायेगा। 

इस प्रकार, अब आपने डर को भगा दिया है और बुरा से बुरा जो भी हो सकता है, उसको स्वीकार कर लिया है।

अब आप बिना किसी डर के, विश्वास के साथ नयी नौकरी ढूढेंगे तो अवशय ही आपको नौकरी मिल जाएगी, क्योंकि अब आप बिना डर के कोशिश करेंगे।

तो कहने का मतलब यह है कि जब बिना किसी डर के कोई भी काम किया जाता है तो सफलता की गारंटी बढ़ जाती है या दूसरे शब्दों में कहें कि बहुत हद तक सफलता मिल ही जाती है। तो इस प्रकार किसी भी चिंता से मुक्त हो सकते हैं।

     निष्कर्ष (Conclusion) –

‌तो जैसा कि आपने देखा, चिंता से मुक्ति का समाधान हमने एक उदाहरण के द्वारा समझने का प्रयत्न किया है। इस प्रकार आप किसी भी चिंता या परेशानी से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं और उसका हल कर सकते हैं। यहां एक बात ध्यान देने योग्य है कि आपने पूरा आर्टिकल (Article) पढ़ लिया। लेकिन आप इसे सिर्फ पढ़कर ही अपनी समस्या नहीं सुलझा सकते बल्कि यहाँ बताये गए सभी सुझावो/ स्टेप्स को प्रैक्टिकल रूप में जीवन में पूरी लगन के साथ लागू (implement) करे तभी आपकी समस्या सुलझ सकती है।

अगर फिर भी आपको समस्या का समाधान ना मिल रहा हो या कुछ समझ में ना आ रहा हो तो बिना झिझक के नीचे दिए गए ईमेल आईडी पर आप हमें ईमेल कर सकते हैं या फिर कमेंट बॉक्स में कमेंट करके भी आप हमें जानकारी दे सकते हैं।हम आपकी समस्या सुलझाने के लिए  प्रयत्न करेंगे। धन्यवाद!

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PS- अगर आप किसी ऐसी समस्या से घिर गए हैं और काफी कोशिसो के बावजुद भी आपको कोई समाधान नहीं दिख रहा है तो आप नीचे  कम्मेंट बॉक्स में कमेंट कर के अपनी समस्या बता सकते हैं।

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Harry Bhagria
Mentor, Consultant, Motivator, Business Adviser
 
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