GoogleAd v/s facebook Ad in Hindi

नमस्कार  दोस्तो,

जैसा कि आप जानते हैं कि वेबसाइट या ब्लॉग पर दो तरह से ट्रैफिक लाया जा सकता है –

एक होता है – ऑर्गनिक ट्रैफिक (Organic Traffic)

और दूसरा होता है – पेड ट्रैफिक (Paid Traffic), जो कि paid advertising के माध्यम से लाया जाता है! जैसे कि गूगल (Google), फेसबुक (Facebook) आदि पर पैसे खर्च कर के Advertisement के माध्यम से ट्रैफिक लाया जाता है।

एक बात समझ लीजिये कि डिजिटल मार्केटिंग (digital marketing) या फिर कह लीजिये कि एफिलिएट मार्केटिंग (affiliate marketing) का भी एक प्रमुख भाग पेड विज्ञापन (Paid Advertising) है।

और जब पेड विज्ञापन (Paid Advertising) की बात आती है, तो आज के समय में दो प्रमुख  हैं  गूगल विज्ञापन (Google Adwords) –और फेसबुक  विज्ञापन (facebook Ad)

तो आज हम बात करेंगे Paid Advertising में गूगल विज्ञापन (Google Ads) और फेसबुक  विज्ञापन (facebook Ad) दोनों में से क्या  बेहतर है?

फेसबुक विज्ञापन (facebook Ad)  या गूगल विज्ञापन (Google Ads) ?

कुछ लोग कहते हैं कि Google विज्ञापन (Google Ads) उनके लिए बहुत अच्छा काम करते हैं।

कुछ का कहना है कि फेसबुक विज्ञापन (facebook Ad) उनके लिए काम करते हैं और परिणाम लाते हैं।

लेकिन सच्चाई क्या है?

तो यहाँ, आज मै आपको अंतर समझाने की कोशिस करूँगा।

Google विज्ञापन (Google Ads) :

लोग Google पर खोज करते हैं क्योंकि वे कुछ चाहते हैं।

Google में, आपके पास दर्शकों के बारे में अधिक जानकारी नहीं होगी, लेकिन आपको पता चल जाएगा कि वे क्या खोज रहे हैं और क्या चाहते हैं?

वे क्या खोज रहे हैं? इसके लिए बेहतर टर्म है- Keywords

चूंकि वे Search Keywords के साथ अपना इरादा बहुत स्पष्ट कर रहे हैं, इसलिए हमें उनके जनसांख्यिकी और हितों के बारे में इतना चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।

आप उन लोगों को देखने जा रहे हैं जो लोग Search Keywords के माध्यम से खोज रहे हैं, और आप उन्हें विज्ञापन दिखाने जा रहे हैं। किसी भी उम्र का कोई भी व्यक्ति आपको विशेष रूप से देख रहा है।

यहाँ हम Google Keywords Search विज्ञापनों के बारे में बात कर रहा हूं।

मान लीजिए कि लोग “English Speaking Course” की खोज कर रहे हैं।

आशय बहुत स्पष्ट है।

जो लोग इसे खोजते हैं वे इसका समाधान ढूंढ रहे हैं। मैं उनके लिए एक विज्ञापन चला सकता हूं और उन्हें अपने “English Speaking Course” के बारे में बता सकता हूं।

Google विज्ञापनों के साथ हमें यह प्राप्त होता है –

  • Higher CTR – क्योंकि लोग केवल मेरे लिए, मेरे विज्ञापन देख रहे हैं।
  • High CPC – क्योंकि मुझे उच्च गुणवत्ता वाला ट्रैफ़िक (targeted and high quality traffic) मिल रही है
  • Higher Cost Per Lead- क्योंकि audience क्वालिटी बहुत बढ़िया मिल रही है

ज्यादातर लोग सोचते हैं कि Google विज्ञापन महंगे हैं और वे इसका उपयोग नहीं करना चाहते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है । इसे हम इस प्रकार से समझते है।

आपको CPC (Cost per click)  या  CPL (Cost  per lead ) के बारे में चिंता नहीं करनी चाहिए।

आपको अपने ROAS (return on advertising spend) के बारे में सोचना चाहिए।

अब इसकी तुलना फेसबुक विज्ञापन (facebook Ad) से करते हैं।

फेसबुक विज्ञापन (facebook Ad): –

फेसबुक पर लोग किसी उत्पाद या सेवा को खोजने के लिए लॉग इन नहीं करते हैं। बल्कि वे फेसबुक के अंदर सामग्री का उपभोग करने के लिए लॉगिन करते हैं।

फेसबुक के पास अपने उपयोगकर्ताओं (facebook users) के बारे में बहुत सारी जानकारी है। जैसे कि आयु, लिंग, जनसांख्यिकी, स्थान, आदि।

जब आप फेसबुक पर एक विज्ञापन चलाते हैं, तो लोगों को आपके उत्पाद (product)  या सेवा (service)में दिलचस्पी हो भी सकती है और नहीं भी हो सकती है।

लेकिन आप अपने  लक्षित दर्शकों (Target Audience) तक पहुंच सकते हैं, जो आपको पसंद करने की सबसे अधिक संभावना है।

मान लीजिए कि मैं बॉडी फिटनेस- जैसे कि मोटापा घटाने की इच्छा रखने वाले लोगो के लिए, मोटापे से छुटकारा देने वाली दवा की तलाश (search) कर रहे लोगों के लिए, अपने  किसी प्रोडक्ट (product) या दवाई की पेशकश कर रहा हूं। लोगों को इसमें रुचि हो सकती है, या नहीं भी हो सकती है। हमारे पास इसे जानने का कोई तरीका नहीं है।

लेकिन मैं केवल उन selected लोगों के लिए विज्ञापन चला सकता हूं, जिन्हें फेसबुक पर सभी को दिखाने के बजाय मेरे प्रोडक्ट (मोटापे से छुटकारा देने वाली दवा) में रुचि रखने की संभावना है।

35-50 की आयु समूह। जो लोग ” मोटापा घटाने की इच्छा ” के विषय में रुचि रखते हैं। यह idea or target सही हो जाने की गुंजायस बढ़ जाती है,

जब हम फेसबुक विज्ञापन (facebook Ad) चलाते है तो यही अनुभव देखने को मिलता है:

  • Low CTR (Click Through Ratio)
  • Lots of impressions
  • Low cost of impressions

जिन लोगों को प्रोडक्ट आपके उत्पाद (product) में दिलचस्पी है, वे कम हो सकते हैं, लेकिन लागत भी कम है। इसका मतलब है कि आप  संभावित इच्छुक (potentially interested) लोगों के एक बड़े समूह से अत्यधिक इच्छुक (highly or most interested) लोगों को फ़िल्टर कर सकते हैं।

यदि आप उन दर्शकों (audience)  तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं जो आपके उत्पाद (product) के अस्तित्व को नहीं जानते हैं। कहने का मतलब यह है कि वे (audience) आपके उत्पाद (product) के बारे में नहीं जानते और न ही वे उसके लिए सर्च कर रहे है  तो इस स्तिथी (case) में फेसबुक विज्ञापन वास्तव में बहुत अच्छे हैं।

यह आपके उत्पाद (product)  या सेवा (service) के लिए ब्रांडिंग (branding) और  ड्राइविंग ब्रांड रिकॉल के लिए भी अच्छा है।

फेसबुक विज्ञापन (facebook Ad) आउटबाउंड विज्ञापन हैं। आप ये सोचें कि लोग आप तक पहुंचेंगे, इसके बजाय आप खुद लोगों तक पहुंच रहे हैं।

तो देखा आपने, कि कैसे ये दोनों- फेसबुक विज्ञापन (facebook Ad)  और  गूगल विज्ञापन (Google Ads) अलग अलग  हैं। अपने-अपने स्थान पर दोनों का अपना-अपना मह्त्व है।

हम यह नहीं कह सकते कि  फेसबुक विज्ञापन (facebook Ad) बेहतर हैं या Google विज्ञापन (Google Ads)  बेहतर हैं। दोनों अपने-अपने तरीके से अच्छे हैं। तो इस प्रकार हमें Google विज्ञापन (Google Ads) से भी lead प्राप्त होती है और साथ ही साथ फेसबुक विज्ञापन (facebook Ad) से भी अच्छी खासी लीड प्राप्त होती है।

यदि आप भी फेसबुक विज्ञापन (facebook Ad) या Google विज्ञापन (Google Ads)  के बारे में डिटेल में सीखना चाहते हैं कि कैसे आप भी एक paid advertisement चलाकर डिजिटल (digital marketing) या एफिलिएट मार्किट (affiliate marketing) से आसानी से ऑनलाइन पैसा कमा सकते है।

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