नाम जप से कोई फायदा होता है क्या? | Naam Jap Se Kya Hota Hai

मेरे पास बहुत से लोगो का बार-बार ये प्रश्न आया है कि सर,

( naam jap se kya hota hai ) नाम जप से कोई फायदा होता है क्या?

तो सोचा आज इसके ऊपर एक आर्टिकल लिख ही दिया जाये।
अब नाम जप को लेकर ज्यादातर लोग काफी समय तक केवल विचार करते रहते हैं लेकिन नाम जपना शुरू ही नहीं कर पाते
अब यहाँ जानते हैं कि वास्तव में नाम जपसे फायदा होता है कि नहीं?

देखिये, नदी के किनारे खड़े होकर उसकी गहराई का अंदाजा लगाना और उस नदी में खुद उतर कर गहराई का पता लगाना,
दोनों बातों में जमीन आसमान का फर्क है। लॉ आफ अट्रैक्शन, विजुलाइजेशन, मेनिफेस्टेशन, मेडिटेशन, नाम जप इन सब के बारे में हम बातें करते हैं।
लेकिन इनको अप्लाई कैसे करते हैं ? इसको बहुत कम लोग जानते हैं।

बहुत सारे लोग सोचते हैं एवं जानना चाहते हैं कि सर,

नाम जाप करने से भगवान मिल जाएंगे, क्या?

अरे भाई, भगवान तो बहुत दूर की बात है आप सबसे पहले यह देखो की जो अभी हमारा जीवन है उसको अच्छे से हम जी रहे हैं या नहीं जी का रहे हैं? कारण है मन। यह मन कभी आपको पास्ट में ले जाता है, मन कभी आपको फ्यूचर में ले जाता है और यह मन आपको बहकाता रहता है और हमारे काबू में नहीं आता। यानि कि बहुत कंफ्यूजन क्रिएट करता है।
तो मन को कंटोरल कैसे करें?
इस पर एकअलग article है आप उसे भी अवश्य ही पढ़े और समझें। इसका लिंक दिया गया है, लेकिन पहले आप इसी article पूरा पढ़ें फिर इसके बाद उसको भी आप पढ़ सकते हैं।

अब देखिये, जैसे आपके पास जब तक गाड़ी नहीं है, तो सोचता है ,गाड़ी आ जाए तो मजा आ जाए
अब गाड़ी आ गई, तो जैसे गाड़ी आई एक- दो महीने बाद
हां यह तो है कार है -यह तो छोटी कार है। अब बड़ी कार चाहिए।

तो यह मन जो होता है ना यह आपको परेशान करता रहता है और जो चीज है वर्तमान में आपके पास है उसको एंजॉय नहीं कर पाते।
तो नाम जप से होता क्या है ? देखिए। जैसे मान लीजिए कि आप कोई गाना सुनते हैं ,आप कोई भी गाना सुन रहे हैं। अब उसे गाने को आप जो है चार-पांच बार सुनिए जब आप चार-पांच बार सुनेंगे।

तो उसके बाद जैसे आप कोई काम कर रहे हैं, खाना बना रहे हैं ,आप नहा रहे हैं या आप घूम रहे हैं कुछ भी कर रहे हैं तो आपको पता भी नहीं चलेगा और आप उस गाने को गुनगुनाते रहेंगे।
कई बार ऐसा होता ना कि आपको पता ही नहीं और आप उसे गाने को गुनगुना रहे हैं।

तो आपका जो मन होता है ना यह किसी एक चीज को पकड़ लेता है। जैसे इसने आपकी नेगेटिविटी को पकड़ रखा है। आप ज्यादातर समय नेगेटिव सोचते हैं।

तो जैसे ही आप पॉजिटिव सोचने की कोशिश करते हैं या आप थोड़ा खुश हो जाते हैं तो एकदम दिमाग की तारे जग जाएँगी और आपका मन आपको आवाज देगा।

भाई, ये क्या कर रहा है, तू पागल हो गया, खुश क्यों हो रहा है, देखो दुखी रहना है। तो अगर आदमी कभी इतना नेगेटिव सोचता है कि कहीं थोड़ी बहुत उसको हैप्पीनेस मिल जाए तो एकदम से वह परेशान हो जाता है कि यार, मैं खुश कैसे रह सकता हूं ?

ऐसा होता है ना ? बिलकुल ऐसा ही ज्यादातर लोगो के साथ होता है।

 

तो , नाम जप क्या करता है ?

naam jap se kya hota hai

अब आपको बताता हूं। जब आप किसी एक नाम को पकड़ लेते हैं। जैसे आपने पकड़ लिया हरे राम , हरे कृष्णा ठीक है या आपने कर लिया राधा राधा राधा। या आपने पकड़ लिया राम राम। तो कोई भी नाम जप जब आप करना शुरू करते हैं तो यह जो आपका मन है ना यह किसी एक चीज पर स्थिर होना सीख जाता है।

अब धीरे-धीरे भगवान मिलेंगे, कि नहीं मिलेंगे वह तो अलग बात है।
यह मत सोचो, अब नाम जप से क्या होता है,
आप वर्तमान जीवन को इंजॉय करना शुरू करने लगते हैं।

कैसे ?
वह मैं अपने खुद के एक्सपीरियंस का आधार पर बता रहा हूं।

जैसे आपने नाम जप करना शुरू कर दिया। अब होगा ये कि आपका जो मन है, जो इधर-उधर भागता है तो आप कम से कम सुबह 10 मिनट करेंगे या शाम को 10 मिनट आप नाम जप करना शुरू करेंगे।

ऐसा नहीं की पूरा दिन करना है। ऐसा कहा जाता है कि 24 घंटे में 24 मिनट भी आप कर लो। तो सुबह 12 मिनट आपने किया, शाम को 12 मिनट।
तो 12 मिनट और 12 मिनट टोटल 24 मिनट के लिए, तो सबसे पहले तो फायदा यह होगा कि कम से कम आपका जो दिमाग है वह किसी एक चीज पर कंसंट्रेट कर पायेगा।

धीरे-धीरे क्या होगा कि आप एक दिन, दो दिन, तीन दिन, चार दिन ऐसे महीना भर नाम जप करेंगे तो जैसे धीरे धीरे २- ३ महीने के बाद जब आप अपना रुटीन का काम कर रहे होंगे हैं और काम करते-करते आपको पता नहीं चलेगा कि कब आप ऑटोमेटिकली नाम जाप करना शुरू कर देंगे। क्योंकि उसकी प्रैक्टिस हो रही है अब इससे होगा यह कि आपका मन साफ होने लगता है। इससे आपके मन के अंदर की जो गंदगी है, वह साफ होती चली जाएगी।
उदहारण के लिए ,

जैसे आप किसी के साथ बुरा व्यवहार करते हो, मोबाइल पर कोई गलत वीडियो देखते हैं है या कोई और गलत काम करने के लिए जायेंगे तो जब आप नाम जप करना शुरू करते हैं तो इससे क्या होता है कि अब आपका मन इन फालतू के गलत कामो की तरफ जायेगा ही नहीं। लेकिन एक बात का धयान दें कि ये होगा तब जब आपने सच्चे दिल से पूरी निष्ठा और विश्वास के साथ नाम जप किया हो। अगर आप करना भी चाहोगे तो भी आपके अंदर से आवाज आएगी कि यह गलत बात है।

क्योंकि-आपके बैक साइड में चल रहा है कि यार मैं नाम जाप करता हूँ तो ये सब क्या करने जा रहा हूँ। इस प्रकार यह आपके मन को यह साफ करना शुरू कर देता है। धीरे-धीरे और इससे आपके अंदर इतना प्रभाव आने लगता है कि धीरे-धीरे आपको अगर कोई कुछ बुरे काम के लिए उकसा भी रहा है तो भी आपको फर्क नहीं पड़ेगा।

आपके अंदर किसी के प्रति द्वेष भाव नहीं आएगा।आप कोई गलत चीज देखना ही पसंद नहीं करोगे। यह धीरे-धीरे होता है।

आपके मन में क्रोध नहीं आएगा,
जलन नहीं होगी,
किसी को देखकर ईर्ष्या नहीं होगी,
चिड़चिड़ापन नहीं आएगा,
किसी भी चीज को लेकर आप अपसेट नहीं होंगे,
घबराएंगे नहीं।

ऐसा इसलिए क्योंकि आप की एक प्रैक्टिस चल रही है। समझ लो जैसे आपका जो मन है समझ लो एक बंदर है। यह हर समय उछलता कूदता रहता है। अब इसको एक काम दे दो कि तेरे को यह काम करना है। जब आपने उसे वह काम दे दिया, तो अब वह वो काम को कर रहा है तो इधर उधर नहीं भागेगा। धीरे-धीरे एक समय में, मतलब महीना दो महीना तीन महीने 5 महीने 6 महीने तक जाते-जाते व्यक्ति की स्थिति ऐसी हो जाती है कि वर्तमान में जो भी चीज हैं वह उसका आनंद ले पाता है। क्योंकि अभी आपकी प्रैक्टिस हो गयी है।

जब आप नाम जप करते ना तो अब आप नेगेटिव थॉट्स की वजह से परेशान नहीं होंगे। जैसे किसी ने कुछ कहा, तो आपकी रियेक्ट करने के तरीके में बदलाव आ जायेगा। आपकी समझ /सोच बड़ी हो जाएगी कि वह उसके मुंह ने कहा, मुझे क्या लेना है .
उसने कुछ बोला तो आप उसको हंसते हुए निकाल दोगे। कह सकते हो कि यह तो चलता रहता है, कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

अब,

धीरे-धीरे आपका विवेक जागृत होगा।
आप डिसीजन ले पाएंगे।
किसी भी काम को आप अच्छे से करेंगे।
आप हर काम को करते समय अच्छा एवं खुश फील करेंगे।
और किसी भी काम को अगर आप कर रहे हैं तो उसमें आपको निश्चित रूप से ज्यादा आनंद आएगा।

और किसी भी काम को अगर आप कर रहे हैं तो उसमें आपको निश्चित रूप से सफलता मिलेगी क्योंकि अब……

आपका मन स्थिर है।
आपका मन शांत है।
आप वर्तमान में जीते हैं।
आप हर काम को करते समय प्रसन्न होते हैं।
आप खुश रहते हैं।
आप यूनिवर्स में पॉजिटिव वाइब्रेशंस भेजते हैं।
किसी की नेगेटिव बात का आपके ऊपर कोई असर ही नहीं पड़ता है।
कोई फर्क नहीं पड़ता है, कोई कुछ कह रहा है -आई डोंट केयर !

नाम जप नहीं करेंगे तो फर्क पड़ेगा। , ( naam jap se kya hota hai )

बहुत से मेरे फोल्लोवेर्स कहते हैं कि सर , हमें तो बहुत फर्क पड़ता था।
सर, अगर किसी ने थोड़ा सा कुछ कह दिया तो मैं तो परेशान हो जाता था।
लेकिन जब से नाम जप करना शुरू किया है तो इससे नुकसान नहीं है, फायदे होते हैं।
हालांकि ऐसा कहा जाता है कि यह भी भगवान की जब इच्छा होती है, तभी आप नाम जप कर सकते हो या भगवन का नाम ले सकते हैं।

अब आपको बताएँगे कि-

भगवान की इच्छा का मतलब क्या होता है?

ध्यान से समझिए कि अगर किसी के पिछले कर्म इतने बुरे हैं, तब उसका विवेक, उसकी बुद्धि उसे नाम जप करने को मानेगी ही नहीं। क्योंकि तब आपका मन ऐसी बातें करेगा की अरे ये सब व्यर्थ की बातें हैं, ऐसा कुछ नहीं होगा। आपके मन में नेगेटिव विचार ही आएंगे। ये मैं अपने खुद के पर्सनल एक्सपीरियंस से बता रहा हूँ।

लेकिन, लेकिन, लेकिन —–

अगर आप इस नेगेटिव कंडीशन में भी नाम जप करने में सक्षम हो गए, तो समझ लीजिये कि आपके अच्छे दिन आने वाले हैं। जप करने के लिए यदि आप मुख से किसी भी भगवन का नाम ले सकते हैं तो समझ लीजिए कि आप भाग्यशाली हैं, आपके पिछले कुछ अच्छे कर्म हैं, यह तो नाम जपने से अच्छे कर्म करने वाला व्यक्ति ही जान सकता है।

एक बार आपने नाम जप कर दिया, आपने नाम पकड़ लिया तो फिर आप निश्चिन्त हो जाइये। अब होगा क्या कि अब नाम आपको पकड़ लेगा और आपको अच्छा महसूस होने लगेगा।अब कोई भी आपका कुछ भी नहीं बिगड़ पायेगा। सब मंगल ही मंगल होने लगेगा। आपके सभी पाप नस्ट होने शुरू हो जायेंगे। यही तो इस नाम जप की महिमा है। आपको अब भगवान् का पूर्ण संरक्षण प्राप्त होने लगेगा।

नाम जपने के फायदे हैं, यदि आप कर सकते हैं, तो भगवान का शुक्रिया अदा करें। आप ब्रह्मांड का थैंक्यू करते हैं। इस समय आप समझने लगते हैं कि मुझ पर यूनिवर्स /ब्रह्मांड का आशीर्वाद है।

तो नाम जप शुरू करें और जब भी आपके मन में नकारात्मक विचार आएं तो और ज्यादा नाम जपना शुरू कर दें।

जैसा कि आप आमतौर पर तब कर सकते हैं जब रात को सोते समय आपके मन में बहुत सारे नकारात्मक विचार आते हैं। इसके बाद आप धीरे-धीरे देखेंगे कि आपका अभ्यास इतना अच्छा हो जाएगा कि आप बिना किसी कारण के खुश रहने लगेंगे, किसी भी गलत बात का आप पर असर नहीं होगा और आप महसूस करेंगे कि आप सभी लोगों में अलग हैं। आप अलग तरह से चमकेंगे।जब आप नाम लेने लगोगे तो सब अच्छा हो जायेगा। आपके रुके हुए काम होने लगेंगे और जीवन में आपको सफलत मिलनी शुरू हो जाएगी।

 

नाम जप , ( naam jap se kya hota hai ) से सम्बंधित मुख्य प्रशन और उनके उतर –

नाम जप क्या होता है ?

नाम जप में किसी भी देवता के नाम की बार बार आवृत्ति की जाती है जैसे शिव शिव, राम राम, राधे राधे, सीताराम, राधेश्याम, आदि।

नाम जपने से क्या होता है?

नाम जप ईश्वरीय शक्ति का भोजन है। यह हमें पॉजिटिव एनर्जी प्रदान करता है। भगवान को प्रसन्न करने के लिए एकनिष्ठ भाव से नाम जपना ही सर्वोत्तम आध्यात्मिक भोजन है। नाम धुन दिव्य आनंद की जननी है, इसलिए नाम जप से हमें दिव्य आनंद की प्राप्ति होती है।

  • नाम किसी भी स्थित में जपा जा सकता है।
  • नाम जप बिना दीक्षा लिए भी जप सकते हैं।
  • नाम जप का प्रभाव विश्वास पर आधारित है।
  • नाम जप के आधार पर प्रायः सभी काम सफल होने लगते हैं।

नाम जप कैसे करना चाहिए?

नाम किसी भी स्थित में जपा जा सकता है।
नाम जप बिना दीक्षा लिए भी जप सकते हैं।

नाम जप से सिद्धि कैसे प्राप्त करें?

भगवन के बहुत से नाम हैं। कितने ही उसके अवतार हैं। भक्तों को किसी भी नाम को पकड़कर उसका नाम जप करना चाहिए। नाम जप आप सुबह, शाम, दिन या रात में कभी भी कर सकते हैं। इस प्रकार नाम जप करते करते आपको सिद्धि प्राप्त हो जाती है और जीवन में सफलता मिलती है।

राम नाम का मानसिक जाप कैसे करें? 16 राम नाम जपने से क्या लाभ है?

16 बार राम नाम का जाप करने से आत्मा को शांति मिलती है। राम-नाम, ध्यान और बुद्धि को बढ़ाता है और आत्मा को परमात्मा से जोड़ने में मदद करता है। राम नाम का जप करने से व्यक्ति के धार्मिक गुणों में वृद्धि होती हैऔर पापों का नाश भी हो जाता है।

जप करने से मनुष्य क्या बनता है?

जप करने से आसपास के वातावरण में भी सकारात्मक/ पॉजिटिव ऊर्जा फैलती है। अगर पूरी एकाग्रता के साथ नाम जप जाप किया जाए तो यह आपको सकारात्मकता, शांति और ऊर्जा प्रदान करता है। धीरे धीरे आपके पापो का नाश हो जाता है और व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त करता है।

 

संक्षेप में जाने, नाम जप से क्या होता है ?

नाम जप से मन हलका हो जाता है !

नाम जप से नकारात्मक विचार नहीं आते !

नाम जप से पीड़ा शांत हो जाती है !

नाम जप से खुशी उमड़ पड़ती है !

नाम जप से गम कोसो दूर चले जाता है !

नाम जप से मान सम्मान बढ जाता है !

नाम जप से ताज़गी का एह्सास होता है !

नाम जप से बिगड़े काम बनते हैं !

नाम जप से भजन सुमरन समृद्धि आती है !

नाम जप से मानसिक बल मिलता है !

नाम जप से मोक्ष और मुक्ति मिलती है !

नाम जप से हर सपने साकार होते हैं ।

ये तो सिर्फ तिनका भर है, इसके अलावा नाम जप से वो सब भी हो जाता है जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते।

तो जो हमारी सोच के बाहर है वो भी नाम जप से प्राप्त हो जाता है।  

ये है नाम जप की महिमा !

 

तो ये आर्टिकल आपको कैसा लगा कमेंट करके ज़रूर बताएं। अगर कुछ और नहीं तो कम से कम किसी भी भगवान का नाम कमेंट में अवश्य लिखें।

बहुत बहुत धन्यवाद, जय हिंद, जय भारत।

इसे भी देखें ==>डिप्रेशन से बाहर कैसे निकले ?

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