लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन काम करता है क्या ? Law of Attraction Kam Karta Hai Kya?
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आई होप आप सब लोग बहुत अच्छे होंगे और अगर अच्छे नहीं भी है तो हमारे साथ इस ब्लॉग में बने रहिये, धीरे-धीरे आप भी अच्छे हो जायेंगे।
दोस्तों, आज एक ऐसी तकनीक आपको बताने जा रहा हूं जिससे आप खुद ही वॉच कर लेंगे, खुद ही इस चीज का अंदाजा लगा लेंगे कि आपकी लाइफ में लॉ आफ अट्रैक्शन काम करता है / law of attraction kam karta hai या नहीं किया है। भले ही आप लॉ आफ अट्रैक्शन को जानते थे, समझते थे, जानते हैं, जानते नहीं है या जो भी कुछ है !
अगर आप नहीं जानते तब भी लॉ आफ अट्रैक्शन आपकी लाइफ में काम करता है और अगर आप जानते हैं तो वह तो और भी अच्छा है। अब इस लेख को पढ़ने के बाद लॉ आफ अट्रैक्शन आपके लिए काम करेगा क्योंकि आप जिस चीज को जान लेंगे, उसी को इस तरह अप्लाई करते हैं। आपकी लाइफ में और अच्छी रिजल्ट आते हैं।
देखिए, अगर आप जानना चाहते हैं कि लॉ आफ अट्रैक्शन ने आपकी लाइफ में काम किया है या नहीं किया या फिर लॉ आफ अट्रैक्शन काम करता है या नहीं ?
तो आप खुद इस तकनीक के जरिए पता कर लेंगे !
बस आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है , बस आपको अपने पिछले 5 से 10 साल उठा कर देख लेने हैं। जी हाँ बस अपने केवल पांच से दस साल वॉच करके देख लीजिए कि-
आपने अपने 5 से 10 साल में क्या सोचा था?
आपके थॉट्स कैसे रहे थे?
क्या आप नेगेटिव सोचते थे? या फिर
आप पॉजिटिव सोचने वाले व्यक्ति थे?
आपने अपनी लाइफ के क्या-क्या टारगेट्स रखे थे ?
आप यह सारा कुछ, बस यह एक्सरसाइज आप कर लीजिए !
चाहे तो आप कॉपी पेन ले लीजिए या फिर अपने दिमाग में ही कर लीजिए कि
क्या-क्या सोचा था आपने?
मैं 100% इस चीज की गारंटी ले सकता हूं कि आपने आज से 10 साल पहले 5 साल पहले जैसी अपने लाइफ सोची होगी। आज आप वैसे ही लाइफ जी रहें होंगे। कम से कम 90% वैसे ही लाइफ जी रही होगी। बिल्कुल यह फैक्ट है।
आप देख लीजिए, सोचने की पावर बहुत बड़ी होती है। जैसा हम सोचते हैं हम वैसा ही बन जाते हैं।
स्वामी विवेकानंद जी ने भी कहा है कि-
“हम अपने जीवन का खुद ही निर्माण करते हैं हमारे विचार ही हमारे जीवन का निर्माण करते हैं। हम जैसा सोचते हैं हम वैसे ही बन जाते हैं। “
तो आप इस तकनीक के जरिए पता लगा सकते हैं कि आपके लिए लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन ने काम किया है या नहीं किया ?
लॉ आफ अट्रैक्शन सब के लिए काम करता है। बस जो जानता है ,वह उसको उसी तरह से अपने जीवन में अपना लेता है और अपने जीवन में तरक्की प्राप्त कर लेता है। इसकी प्रेक्टिस पर भरोसा करता है तो वह व्यक्ति दिन-ब-दिन बहुत ही ज्यादा ग्रोथ करना शुरू कर देता है। क्योंकि वह अपने लिए सारी चीजें डिसाइड करना शुरू कर देता है। यूनिवर्स पर भरोसा करना शुरू कर देता है।
तो अगर आप भी अभी तक नहीं जानते थे और अब जानने लगे तो आप भी प्रेक्टिस करिए। समझिए और अपने सब कौंसिअस मन की प्रोग्रामिंग करिए। यकीन मानिये, आपकी लाइफ में अभी तक बदलाव नहीं हुए तो कोई बात नहीं। अब आपकी लाइफ में बदलाव होना जरूर शुरू हो जाएंगे।
लेकिन अभी भी आपने इस लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन की पावर को नहीं समझा और आप नहीं एक्सेप्ट कर रहे हैं और ना ही इसे अपनी लाइफ में अप्लाई कर रहे हैं तो आपकी लाइक कैसे बदलेगी?
जैसी अभी तक चलती थी, वैसे ही चलती रहेगी और अगर आपको वैसे ही लाइफ चाहिए तो कोई प्रॉब्लम नहीं। आप कंटिन्यू जैसा करते आ रहे हैं, वैसा ही करते रहिए। बने रहिए नेगेटिव और बने रहिए अपने विचारों के साथ। बने रहिए अपनी लाइफ में। जैसे आप सरवाइव कर रहे हैं, वैसे ही बने रहिए। कोई दिक्कत नहीं है।
लेकिन अगर आपको अपनी लाइफ में बदलाव चाहिए तो आप आध्यात्मिक तरीके से आप अपनी लाइफ में अपने जीवन में परिवर्तन करिए। लॉ आफ अट्रैक्शन के जरिए करिए लॉ ऑफ वाइब्रेशन के जरिये करें।
लॉ आफ अट्रैक्शन के जरिए करें या किसी भी और तरीके से करें। लेकिन, एट लिस्ट कोई तो प्रेक्टिस अप्लाई करिए, कुछ तो नया कीजिये जिससे कि आपके जीवन में बदलाव हो।
आपको अभी तक भरोसा नहीं था कि लॉ आफ अट्रैक्शन काम करता है कि नहीं करता ?
अब आपने अपनी जिंदगी के पिछले 5 से 10 साल उठा कर देख लिए और रिजल्ट आपके सामने आपको मिल गया। तो आप शुरू कर दीजिए। कम से कम जब आप अपने ईश्वर को मानकर किसी भी चीज पर भरोसा करके कोई भी काम करना शुरू कर देतें हैं तो यकीनन आपको उसमें सफलता ही मिलती है।
आई होप आपको इस तकनीक के जरिए जरूर पता चल गया होगा कि लॉ आफ अट्रैक्शन काम करता है या नहीं करता है।
हमेशा हंसते रहिए, मुस्कुराते रहिए और दूसरों को मुस्कुराने की वजह देते रहिए- यही लॉ आफ अट्रैक्शन को प्रैक्टिस करने का सही और कारगार तरीका है। इसलिए “जियो और जीने दो” के विचार को अपनाये, लॉ आफ अट्रैक्शन को अपने जीवन में लाएं और जीवन में सफलता पाएं।
law of attraction kam karta hai kya ? में आगे हम समझेंगे कि-
Law of Attraction एक यूनिवर्सल लॉ है जो हर वक्त इस यूनिवर्स में काम करता है।
आप चाहो या ना चाहे यह हर वक्त आपकी तरफ कुछ चीजों को आकर्षित करता है। अगर आप पॉजिटिव सोचते हैं तो आपकी तरफ पॉजिटिव चीज आकर्षित होती है और अगर आप नेगेटिव सोचते हैं तो आपकी तरफ नेगेटिव चीज आकर्षित होती है। इस दुनिया में हर व्यक्ति पॉजिटिव एनर्जी फुल करना चाहता है।
अब सवाल यह आता है कि हम पॉजिटिव चीजों को कैसे आकर्षित करें ?
तो जिस फ्रीक्वेंसी में आप होते हो आप उसी फ्रीक्वेंसी की चीजों को आकर्षित करते हो। हाई वाइब्रेशन फ्रीक्वेंसी में आप अच्छी और पॉजिटिव चीजों को आकर्षित करते हैं। लो वाइब्रेशन फ्रीक्वेंसी में आप खराब और नेगेटिव चीजों को आकर्षित करते हैं।
तो हाई वाइब्रेशन फ्रीक्वेंसी में रहने के लिए हम क्या करें?
अब जो पॉइंट्स में आपको बताने वाला हूं, अगर आप उन पॉइंट्स को अच्छे से फॉलो करते हैं तो आप चुटकियों में अपनी बॉडी की फ्रीक्वेंसी को बढ़ाकर मनचाही चीजों को अपनी लाइफ में मेनिफेस्ट कर सकते हैं एवं उन वस्तुओं को पा सकते हैं।
इसलिए आप इन बातो पर धयान दें –
1 . इंटेंशन यानी इरादा
अगर आपकी इंटेंशन यानी इरादा सही नहीं है तो आपके लिए लॉ आफ अट्रैक्शन काम नहीं करेगा। अगरआप गलत इरादे से किसी चीज को आकर्षित करना चाहते हैं। मेरा मतलब है कि अगर आप किसी को नीचा दिखाने के लिए या फिर किसी पर काबू पाने के लिए लॉ आफ अट्रैक्शन का इस्तेमाल करते हैं तो यह आपके लिए काम नहीं करेगा। क्योंकि गलत इरादा आपकी बॉडी की फ्रीक्वेंसी को कम कर देता है और सही इरादे से किया गया हर काम आपकी तरफ अच्छी चीजों को आकर्षित करता है।
2 नेगेटिव थिंकिंग एंड सेल्फ जजमेंट
आप जैसे हो आपको इस तरह से खुद को एक्सेप्ट कर लेना चाहिए। आपको पता होना चाहिए कि आपके अंदर क्या कमी है और उसे कैसे सुधारना है। जब आप खुद से झूठ बोलने लगते हो, तो यह आपकी बॉडी की फ्रीक्वेंसी को कम कर देता है। डर, चिंता, डिप्रेशन, गुस्सा, शर्म ,गिल्टी, जलन और नफरत जैसे नेगेटिव फिलिंग्स आपकी बॉडी की फ्रीक्वेंसी को कम कर देती है। प्यार, जय, गौरव, सहानुभूति, दया, उम्मीद और खुशी जैसी सकारात्मक भावनाएं हमारे जीवन में अच्छी चीजों को आकर्षित करने में मदद करती है। इसलिए हमेशा अच्छा सोचें।
3 रेजिस्टेंस
आपकी जिंदगी में जो कुछ भी घटता है उसकी लगाम आपके हाथ में होती है। आपके साथ जो कुछ भी होता है, उसका पूरा कंट्रोल आपके हाथ में होता है। जब आपके अंदर यह डर होता है कि आपके हाथ में कुछ भी नहीं है। जब आप सिर्फ और सिर्फ भगवान के भरोसे बैठे रहते हैं, किस्मत के भरोसे बैठे रहते हैं या किसी और के भरोसे रहते हैं तब आपकी बॉडी की फ्रीक्वेंसी कम हो जाती है। आपको अपने दिमाग से किसी भी डर को हमेशा के लिए हटाना होगा।
जिस सिचुएशन को आप कंट्रोल कर सकते हो आपको उसे कंट्रोल करने के बारे में सोचना है, लेकिन जिस सिचुएशन पर आपका कोई कंट्रोल नहीं है उसके लिए आपको कोई भी टेंशन नहीं लेनी है। आपको केवल अपनी भावनाओं पर काबू पाना है। हमेशा खुश रहना है और हर किसी के लिए अच्छा सोचना है।
4 अल्कोहल सेवन करना/ नशा करना –
कई लोगों को लगता है कि अल्कोहल का सेवन करने या कोई नशा करने से उन्हें खुशी महसूस होती है और मन हल्का होता है। अल्कोहल का सेवन या कोई और नशा करने से करने से आपकी बॉडी की फ्रीक्वेंसी कम हो जाती है क्योंकि अल्कोहल डिप्रेशन का काम करता है। आपके माइंड यानी दिमाग को उदास करने का काम करता है।
इसके अलावा प्रिसक्रिप्शन ड्रग्स ऐसे ड्रग्सजो प्रिस्क्रिप्शन में लिखकर मेडिकल स्टोर से लिए जाते हैं वह भी आपकी बॉडी की फ्रीक्वेंसी को कम कर देते हैं।
रिक्रिएशन ड्रग्स ड्रग्स जैसे की कोकीन और अफीम जैसे ड्रग्स भी आपकी बॉडी की फ्रीक्वेंसी को कम कर देते हैं। इसलिए ये बात गांठ बांध लें कि अपनी जिंदगी में अच्छी चीजों को आकर्षित करने के लिए आपको किसी भी तरह के ड्रग्स और अल्कोहल का सेवन नहीं करना चाहिए।
5 हाईजेनिक फूड्स
हम जो खाना खाते हैं हर खाने की अलग-अलग फ्रीक्वेंसी होती है। तो वह कौन से फूड्स है जो आपकी बॉडी की फ्रीक्वेंसी को कम कर देते हैं ? ऐसे फूड्स जिन्हें केमिकल्स और पेस्टिसाइड से तैयार किए जाते हैं। आर्टिफिशियल शुगर और स्वीटनेस सोडा और हाई शुगर फ्रूट जूस, अल्कोहल प्रोसैस्ड पैकेज्ड और फास्ट फूड्स अनहेल्दी ऑइल्स से डीप फ्राई फूड्स और माइक्रोवेव फूड्स इन सारे फूड्स में लो फ्रिकवेंसी होती है। जो आपकी बॉडी की फ्रीक्वेंसी को कम करती है। फ्रेश और ऑर्गेनिक फूड्स यानी कि केमिकल फ्री खाना आपकी बॉडी की फ्रीक्वेंसी को बढ़ाते हैं।
6 लैक ऑफ़ एक्सरसाइज
हमारा शरीर चलने, घूमने-फिरने और एक्सरसाइज करने के लिए बना है। अगर हम ज्यादा एक्टिव नहीं रहते हैं या एक्सरसाइज नहीं करते हैं, तो हमारी बॉडी की फ्रीक्वेंसी कम हो जाती है। आपको केवल वही एक्सरसाइज करनी है जो आपकी सेहत के लिए अच्छी है। जो एक्सरसाइज आपको करनी अच्छी लगती है वही एक्सरसाइज आपकी बॉडीकी फ्रीक्वेंसी को बढ़ाती है।
7 नींद पूरी न लेना
पॉजिटिव थिंकिंग के लिए हमारी बॉडी को प्रॉपर रेस्ट की जरूरत होती है। अगर हमारी नींद पूरी नहीं होती है तो हमारी बॉडी की फ्रीक्वेंसी कम हो जाती है। अच्छी नींद लेने से हमारी बॉडी की फ्रीक्वेंसी बढ़ती है और हमें हाई वायव्रेशन मिलती है और लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन अच्छे से काम करता है।
8 पानी काम पीना (लैक ऑफ़ वाटर)
डिहाइड्रेशन की वजह से हमारी बॉडी में स्ट्रेस पैदा होता है। जिसकी वजह से हमारी बॉडी के फ्रीक्वेंसी कम हो जाती है। अपनी बॉडी की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के लिए आपको हर दिन सही मात्रा में पानी पीना चाहिए।
9 नेगेटिव एनवायरमेंट
गलत और अलग माहौल में रहने की वजह से हमारी सोच में बदलाव आता है। नेगेटिव एनवायरमेंट में रहने से हमारे दिमाग में नेगेटिव सोच का निर्माण होता है, जिसकी वजह से हमारी बॉडी की फ्रीक्वेंसी कम हो जाती है। प्रकृति के साथ वक्त बिताने से ,अच्छा म्यूजिक सुनने से और अच्छे लोगों के साथ रहने से आपकी बॉडी की फ्रीक्वेंसी बढ़ती है।
तो यहाँ हमने समझा कि law of attraction kam karta hai kya? तो यह बिलकुल काम करता है।
अगर आप इन बातों/ पॉइंट्स को अच्छे से फॉलो करते हैं तो फिर आप जिस चीज को आकर्षित करना चाहते हैं उसे आसानी से आकर्षित कर सकते हैं। अपनी जिंदगी में अच्छी चीजों को मेनिफेस्टो करके आप अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं और हमेशा खुशहाल जिंदगी जी सकते हैं। यही लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन का असली कमाल है।
ऑल द बेस्ट फॉर योर सक्सेस!
अंत में हम बस यही कहना चाहेंगे कि अगर आपकी भी कोई ऐसी समस्या है जिसका कि आप हल नहीं निकाल पा रहे हैं या किसी ऐसी समस्या से घिर गए हैं और काफी कोशिसो के बावजुद भी आपको कोई समाधान नहीं दिख रहा है तो
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